फरीदाबाद : जिला स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया के रोकथाम के लिए प्रयास जारी कर दिए हैं। इस क्रम में मंगलवार को मोहना स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीणों को मच्छरदानी प्रदान की गई। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.कृष्ण कुमार और गांव के सरपंच रंजीत सिंह ने ग्रामीणों को एक सिगल और एक डबल बेड की मच्छरदानी प्रदान की।
उल्लेखनीय है कि मलेरिया के लिहाज से मोहना एवं उसके आसपास के गांव बेहद संवेदनशील हैं। यमुना नदी के नजदीक होने की वजह से प्रत्येक वर्ष सबसे अधिक मलेरिया के मामले आते हैं। पिछले वर्ष मोहना एवं उसके आसपास के गांव से 57 के मलेरिया के मामले आए थे। इस वर्ष प्रदेश सरकार ने बरसात शुरू होने से पूर्व मलेरिया संभावित क्षेत्रों में मच्छरदानी वितरित करने का फैसला लिया था, ताकि मलेरिया पर नियंत्रण किया जा सके। इसके तहत प्रदेश सरकार ने करीब सात हजार मच्छरदानियां भेजी थी। मोहना गांव में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कराया गया था। मेडिकेटेड है मच्छरदानी
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने प्रत्येक ग्रामीण को दो मच्छरदानी दी गई है। यह सभी मेडिकेटेड हैं। इन मच्छरदानियों को लगाने से मच्छर नहीं आते हैं और एक मच्छरदानी में लगी दवा चार से पांच साल तक कार्य करती हैं। इस दौरान डॉ.गजराज, मोहना स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ.श्रुतिकांत, डॉ.प्रवीन अरोड़ा मौजूद थे।
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